शुक्रवार, 4 दिसंबर 2009

फटा पोस्टर निकला हीरो


मुझे बाजार फिल्म का वो शायर आज भी दुनिया का सबसे बड़ा दिवाना लगता है जो ये जानते हुए भी उस लड़की से मुहब्बत करता है जिसके संबंध पिछले 6 सालों से किसी और के साथ हैं....और सबसे बड़ी बात वो अपनी मुहब्बत का इजहार करने से भी डरता नहीं है....वो उस नायिका के नायक के सामने भी अपना हाले दिल बया कर देता है....और तब उसके चेहरे जो भाव उभरता है वो शब्दों से बयां नहीं किया जा सकता......जी..बात नसीरुद्दीन शाह की....जिन्हें सिनेमा के स्कूल से ज्यादा इसलिए याद किया जाना चाहिए कि उन्होंने अपने साथ-साथ दर्शकों को भी किरदार जीने के लिए मजबूर कर दिया...हीरो-हिरालाल फिल्म का फटा पोस्टर निकला हीरो वाला डायलॉग कौन भूल सकता है... नसीर भाई इस फिल्म में अपने अभिनय के जरिए ना केवल प्रेम में हौसले की अहमियत समझाते रहे बल्कि बेहपनाह मुहब्बत के बीच एक बेलौसपन भी दिखता रहा...इजाजत में संबंधों के मायाजाल के बीच भी नसीर चुपचाप अपने साथ दर्शकों को बहने के लिए मजबूर करते रहे....नसीर भाई ने इस फिल्म में जिस यर्थाथता के साथ शादी और लिविंगरिलेशन के बीच संजीदा अभिनय किया वो देखना भी एक अलग अनुभव है....हाल कि फिल्म मकबूल,वेडनेस डे तक फिल्मों के आसरे नसीर को याद किया जाए कहानी लंबी हो जाएगी....दरअसल नसीरूद्दीन शाह अपने हर फिल्मों के साथ दर्शकों को ना केवल साथ लेकर चलते रहे बल्कि उनकी सोच भी अपने अभिनय के हिसाब से बदलते रहे....गंभीर आवाज, आंखों में समंदर सी गहराई, और हल्की दाढ़ी लिए नसीर जब हंसे तो दर्शक हंसा...नसीर ने इसी गेटअप में जब किसी से इजहारे मोहब्बत की दर्शक भी शायरना हो गए....जब नसीर रोया तो वो आंसू पर्दे से निकलकर सिनेमा हॉल जमीन पर दिखे....जब विद्रोही नसीर सेल्यूलाइड के पर्दे पर चमका तो लोगों को अपना गुस्सा कम होते दिखा....मतलब साफ है नसीर ने अपने फिल्मों के जरिए एक पीढ़ी को बड़ा किया...और उसे बदलते हालातों को बीच अपने अभिनय के जरिए मजबूत होना भी सिखाया...और सबसे बड़ी बात 59 साल का हो चुका ये सफल नौजवान का सफरनामा ये बताता है कि जहां आर्कषण बिकता था....वहां इसने अपने सामान्य चेहरे के बावजूद अपने मेहनत के बूते अपनी मजबूत जमीन बनाई....फिल्मकारों को ये भरोसा दिलाया कि छोटे शहर का ये कंधा बड़ी फिल्मों के सफल होने की भी गारंटी बन सकता है...और हजारों लोगों को ये हौसला दिलाता है कि बिना किसी मदद के भी अपने ख्वाब को सच किया जा सकता है

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